रविवार, 9 अगस्त 2015

RIGHT WEY

आश्चर्य जनक तरीके से सत्य होती श्रीमद भागवत की भविष्यवानिया...
श्रीमद भागवत के खंड दो,अंतिम अध्याय,कलयुग के गुण दोष के वर्णन में लिखा है की..
हे राजन (शुकदेव गोस्वामी राजा परीक्षित से)-
१) कलयुग में पाप चरम पर होगा..कलयुग के शासक नित नवीन तरीके से देश को लूटेंगे,टैक्स पर टैक्स लगाये जाएंगे,जिसके पास धन होगा सिर्फ उसी को न्याय मिलेगा,शासक की गद्दी पर स्त्रियों और शुद्रो का बोलबाला होगा,पाखंडी लोग राज करेंगे और धर्मात्मा लोग कष्ट भोगेंगे..
2)ब्राह्मण और विद्वान् के बारे में भागवत कहती है कि--हे राजन जो तिलक लगाएगा उसी को मुर्ख लोग ब्राह्मण समझेंगे,तिलक और जनेउ ब्राह्मणों की पहचान हुआ करेगी,ज्ञान से कोई लेना देना नहीं होगा,ब्राह्मण कुमार्गी हो जाएँगे। जो जितना वाक्पटु होगा उसको लोग उतना विद्वान समझेंगे,पाखंडी लोग साधू संतो का भेष बनाकर जन समुदाय को मुर्ख बनाएँगे,और बड़े बड़े पाखंडियो की तो लोग पूजा भी करने लगेंगे,भगवा वस्त्र पहने साधू संत समाज को लूटेंगे...
3)स्त्री के बारे में--हे राजन कलयुग की स्त्रिया निर्लज्ज हो जाएगी,नग्न घूमना,बड़े बड़े नाखून रखना और पति का तिरस्कार करना उनकी आदत बन जाएगा,ये स्त्रिया दूषित और चरित्रहीन हो जाएंगी और बहुत पति रखने वाली हो जाएंगी,अगर पति निर्धन होगा या मुसीबत में होगा तो ये स्त्रिया उसका त्याग कर किसी और के साथ भाग जाएँगी, निर्लज्जता इतनी बढ़ जाएगी की ये स्त्रिया माता पिता की मर्ज़ी के बगैर ही विवाह कर लिया करेंगी और बिन विवाहि माँ भी बन जाया करेंगी,राजन कलयुग में पतिव्रताओ का अकाल होगा,और दूषित स्त्रियों का बोलबाला होगा..
4)समाज --राजन समाज पूरा नष्ट हो चुका होगा,माता पिता की मर्ज़ी के बगैर औलादे विवाह कर लेंगी,जब तक यौन सुख मिलेगा तब तक साथ रहेंगी उसके बाद फिर अलग हो जाएंगी,बेटा अपने माँ बाप को सम्मान नहीं देगा बल्कि अपने सास ससुर को सम्मान देगा,गौ हत्या बढ़ जाएगी और मॉस मदिरा की दुकाने चारो तरफ होगी,लड़के लडकिया अपने हाथो में या शरीर में गुदना(tattoo) बनवाया करेंगे, लोग शुद्र प्राय हो जाएँगे,आचरण विचार सब शुद्रो जैसा होगा..
हे राजन कही वर्षा नहीं होगी अकाल पड़ेगा,तो कही बाढ़ अजाया करेगी,औषधिया बीमार मनुष्य के रोग का नाश नहीं कर पाएंगी,लोह नास्तिक प्राय हो जाएँगे और ईश्वर के अश्तित्व पर सवाल उठाएंगे,पाखण्ड चरम पर होगा,जो पाखंडी होगा वाही पूजित भी होगा,.गाये कम दूध देने लगेंगी.नदिया दूषित हो जाएंगी,.लेकिन सिर्फ वही सुखी रहेंगे जो ईश्वर के राम-कृष्ण नाम का उच्चारण करेंगे..(अलग अलग धर्मो में ईश्वर के अलग अलग नाम है जैसे अल्लाह,खुदा,यहोवा इत्यादि,तो इन नामो का उच्चारण भी किया जा सकता है)
यहाँ शुद्र का मतलब किसी जाति से नहीं बल्कि नीच आचरण करने वाले नेताओ से है भले वो किसी भी जाति के क्यों न हो..
इस तरह श्रीमद भागवत की भविष्यवाणिया पूर्ण रूप से सत्य साबित हो रही है.?

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